एक खबर हाल ही में पढ़ी है आप भी पढ़िए, ईरान के एक कट्टरपंथी मौलवी ने दावा किया है कि 'विवाहेत्तर संबंधों' की वजह से भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं।
ब्रिटिश समाचार पत्र 'द टेलीग्राफ' ने कट्टरपंथी मौलवी अयातुल्लाह काजेम सिद्दीकी के हवाले से खबर प्रकाशित की है। मौलवी ने कहा आधुनिक परिधानों में महिलाओं को देखकर युवक गुमराह हो जाते हैं, जिससे कई प्राकृतिक आपदाएं, जैसे भूकंप की संभावना बढ़ जाती है।"कई महिलाएं सलीके से कपड़े नहीं पहनती हैं, ऐसे में युवा गुमराह हो जाते हैं और समाज में विवाहेत्तर संबंधों की घटनाएं बढ़ जाती है। "
इस खबर को पढ़ने के बाद यही लग रहा है कि सारा भूगोल बेकार है। पर्यावरण विज्ञान और धरती-आसमान को एक करने वालों को ये सोचना चाहिए कि अब महिलाओं को कैसे कपड़े पहनाएं और कैसे कैद करके रखें ताकि भूकंप ना आए।

भूकंपरोधी विषय पर काम कर रहे लोगों को बधाई कि इससे आसान उपाय भूकंप रोकने का कोई नहीं हो सकता कि सभी जवान-ज़हीन महिलाओं को मिट्टी में गाड़ तो या बंद कोठरी में कैद कर दो।
समाज की भलाई के लिए सभी महिलाएं सहर्ष तैयार हो जाऐंगी......