बड़े दिनों बाद सभी को मेरा नमस्कार..काफी दिनों से कुछ पोस्ट नहीं कर पाई,इसका अफसोस है...लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरे ब्लॉग से जुड़े लोग फिर से मेरे साथ जुड़ेंगे...आजकल का जो राजनीतिक परिदृश्य दिल्ली में है...उसे लेकर आम जनता में आम आदमी पार्टी 'आप' से गुस्सा बढ़़ रहा है.......अरविंद .केजरीवाल को..ऐसा नहीं है कि उन्हें अपनी पार्टी के जीते उम्मीदवारों की कमियां खामियां या स्किल पता नहीं है लेकिन वो अपनी इस जीत को बरकरार रखना चाहते हैं कि आखिर सरकार बनाने के बाद उसकी चुनौतियों से कैसे निपटेंगे.....उन्हें डर है कि कहीं दिल्ली दरबार में फंसकर ना रह जाएं और 2014 लोकसभा चुनाव में कुछ खास न कर पाएं..शायद यही डर उन्हें दिल्ली में सरकार बनाने से रोक रहा है..लेकिन अरविंद जी को अपने हौसले को बरकरार रखना चाहिए ऐसी मेरी सलाह है और जी जान से जुट जाना चाहिए जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए क्योंकि जितना अधिक समय सोचने में लगाएंगे उतना ही जनता का भरोसा उन पर से कम होता जाएगा..क्योंकि विरोधी इसी ताक में बैठे हैं.....आप अपनी
टीम पर भरोसा जताइए क्योंकि कभी तो ककहरा सीखना ही होगा....कल का इंतजार करने की बजाए आज ही रण में उतर जाईए और कुछ कर दिखाइए.....क्योंकि उड़ान हौसलो की होती है....
टीम पर भरोसा जताइए क्योंकि कभी तो ककहरा सीखना ही होगा....कल का इंतजार करने की बजाए आज ही रण में उतर जाईए और कुछ कर दिखाइए.....क्योंकि उड़ान हौसलो की होती है....
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