नमस्कार,बहुत दिन हो जा रहे हैं आजकल..कुछ लिखने का समय नहीं निकाल पा रही हूं....जानती हूं कि ये ठीक नहीं है..बहुत तेजी से ब्लॉग का संसार फल फूल रहा है...ऐसे में इतना gap ठीक नहीं है....जबकि इस बीच महिलाओं और समाज को लेकर इतना कुछ हो गया....तमाम खबरों के बीच संबंध बनाने को लेकर उम्र का तनाव बेमतलब ही नौजवानों को दे दिया सरकार ने.....क्या कभी ये चीजें उम्र की सीमा में बंधकर हुई हैं...या होती हैं..या कभी होंगी..बेकार ही तमाम बुद्धजीवियों ने अपनी जुबान और दिमाग दोनों को खर्च किया...टीवी चैनल पर बहस होता रहा....लेकिन अभी तक मुझे समझ में नहीं आया कि आखिर ऐसी क्या जरुरत आ पड़ी थी सरकार को कि इस मुद्दे को उछाल दिया....अगर आप लोगों को समझ में आया हो तो मुझे जरुर बताइएगा..कोशिश करुंगी अलग-अलग नजरिए को समझने की....
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें